खाद्य तेल की कीमतों में गिरावट, फिर भी पुरानी कीमतों पर बेंच रहे दुकानदार
नवी मुंबई-राष्ट्रीय स्तर पर खाद्य तेल की कीमतों में 15 से 20 प्रतिशत की गिरावट आने के बाद भी नवी मुंबई की एपीएमसी बाजार में अब भी कई व्यापारी पुरानी कीमतों पर तेल बेंच रहे हैं लेकिन अगर कोई व्यक्ति उन्हें कीमत कम होने की जानकारी देता है तो उसे कम करके दे देते हैं । यदि किसी ग्राहक को कीमत कम होने की जानकारी नहीं होती है तो वो लोग पुरानी कीमत पर ही बेंच रहे हैं । हालांकि खाद्य सचिव सुधांशु पांडे ने बुधवार को ही जानकारी दी थी कि अंतरराष्ट्रीय दरों में नरमी और सरकार के समय पर हस्तक्षेप से खुदरा बाजार में खाद्य तेल की कीमतों में कमी आने लगी है । भविष्य में तेल की क़ीमतों में और ज्यादा कमी हो सकती है । पिछले हफ्ते, अदानी विल्मर और मदर डेयरी जैसी खाद्य तेल कंपनियों ने विभिन्न प्रकार के खाद्य तेलों के लिए अधिकतम खुदरा मूल्य में 10-15 रुपये प्रति लीटर की कमी की। दोनों कंपनियों ने कहा कि नई एमआरपी वाला स्टॉक जल्द ही बाजार में आएगा। नवी मुंबई की एपीएमसी बाजार में ग्राहक इसलिए आते हैं क्योंकि उन्हें यहां एमआरपी से कम कीमत पर सामान मिलता है । जिस पंद्रह लीटर तेल के डिब्बे की कीमत 25 सौ से 27 सौ रुपये तक पहुंच गई थी । वह अब 22 सौ से 23 सौ तक आ गया है लेकिन दुकानदार ग्राहकों को अभी भी 25 सौ में ही बेंच रहे हैं ।
कोट – भारत ठक्कर – व्यापारी
खाद्य तेल की कीमतों में कमी आई है और आनेवाले समय में इसमे और भी ज्यादा कमी आ सकती है । बीच में मलेशिया और इंडोनेशिया में तेल का उत्पादन कम होने के कारण कीमतें बढ़ गई थी । अब इंडोनेशिया ने टैक्स कम किया है और मलेशिया ने उत्पादन बढ़ाने का निर्णय लिया है । जैसे ही मलेशिया से आयात बढ़ेगा तेल की कीमतों में गिरावट आएगी ।
यूक्रेन रूस युद्ध का असर
भारत मे खाद्य तेल यूरोप के अर्जेंटीना और यूक्रेन से तेल आता था । बीच मे अर्जेंटीना से भी तेल कम आ रहा था और यूक्रेन युद्ध मे होने के कारण वहां से तो आयात पूरी तरह से बंद था । अब अर्जेंटीना से भरपूर मात्रा में तेल आना शुरू हो गया है । युद्ध के काऱण यूक्रेन से तेल नहीं आ रहा है लेकिन धीरे – धीरे रूस से खाद्य तेल आना शुरू हो गया है । अगर युद्ध बंद होता है और यूक्रेन से भी तेल आना शुरू होता है तो तेल की क़ीमतें पूर्वत भी हो सकती हैं ।