नाले सफाई में 150 करोड़ का भ्रष्टाचार


ठाणे। ठाणे शहर में हल्की बारिश होने के बाद उपनगर मुंब्रा कौसा की स्थिति गंभीर हो गई है ।नालों की सफाई नहीं किए जाने के कारण उसका पानी घरों में घुस रहा है। एम आई एम के पूर्व नगरसेवक शाह आलम ने इस मामले का पर्दाफाश किया है कि मुंब्रा कौसा में नालों की सफाई के नाम पर 150 करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। मुख्य नाले की सफाई नहीं किए जाने के कारण लोगों के घरों में पानी घुस रहा है। नाले सफाई की स्थिति को उजागर करते हुए शाह आलम ने नाले में उतर कर अपना विरोध जताया। कौसा के चरणीपाड़ा नाले में घुसकर शाह आलम ने नाले सफाई में हुए भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया। आरोप लगाया कि मुंब्रा कौसा का मुख्य बड़ा नाला जो गांव देवी मंदिर से शुरू होता है और कौन सा गांव तक जाता है, उस नाले की सफाई ही नहीं की गई । जिस कारण नाले में अब भी कचरे का अंबार लगा है ।कम बारिश होने के कारण के बाद भी नाले के आसपास लोगों के घरों में पानी घुस रहा है। जो एक खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि यदि जोरदार बारिश हो जाती तो मुख्य नाले का तमाम कचरा कौसागांव जाकर अटक जाता। पूरा कौसा जलमग्न हो जाता । उन्होंने बताया कि मुख्य नाले में कचरे का अंबार लगा है। बार-बार मुंब्रा प्रभाग समिति के सहायक आयुक्त सालुंखे से भी गुजारिश कर रहे हैं। एक बार खानापूर्ति के लिए उन्होंने जेसीबी भेजा । आगे कुछ भी नहीं हुआ। उनका कहना है कि ऐसी ही स्थिति सैनिक नगर में भी है । वहां के नालों में भी कचरे का अंबार भरा पड़ा है। उन्होंने आशंका जताई कि यदि जोरदार बारिश हुई तो इन कचरे के कारण पानी का बहाव पूरी तरह थम जाएगा। यहां के लोग नाली का कष्ट झेलने को विवश होंगे। उनका कहना है कि यहां के नालों की सफाई के लिए 150 करोड रुपए का आवंटन किया गया था। लेकिन वह पैसा कहां गया। कुछ दिखाई ही नहीं पड़ रहा है । यहां के अधिकांश नाले की सफाई ही नहीं की गई । उन्होंने आरोप लगाया कि मुंब्रा प्रभाग समिति के अधिकारी और अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने ठाणे मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा को भी मुंब्रा कौसा के मुख्य नाले के पास आने में ही दिया। यदि यहां के मुख्य नाले का निरीक्षण मनपा आयुक्त डॉ शर्मा ने किया होता तो उसी समय नाला सफाई के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो जाता। पूर्व नगरसेवक शाह आलम का कहना है कि प्रभाग समिति के अधिकारी फोन तक नहीं उठाते हैं।