Bhiwandi : राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद के डायरेक्टर प्रो. अक़ील अहमद का रईस हाई स्कूल में व्याख्या

भिवंडी : राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद नई दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर अकील अहमद के भिवंडी आगमन के अवसर पर शहर के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान रईस हाई स्कूल एंड जूनियर कॉलेज द्वारा शुक्रवार चार अगस्त को उर्दू बसेरा ऑडिटोरियम में ‘उर्दू भाषा की समस्याएं एवं समाधान’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कोकन मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी के सचिव सोहेल फकीह ने की। स्कूल और कॉलेज कमेटी के चेयरमैन एडवोकेट यासीन मोमिन ने विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया और उर्दू के अस्तित्व और विकास के लिए गंभीर प्रयास करने का आग्रह किया।समारोह के अध्यक्ष सोहेल फकीह ने उर्दू के प्रचार-प्रसार के लिए कोकन मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी के प्रयासों का उल्लेख किया और उर्दू के लिए पुरानी फिल्मों की सेवाओं पर भी प्रकाश डाला। इस अवसर पर कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता प्रोफेसर अकील अहमद ने अपने भाषण में कहा की उर्दू बड़ी सख्त जान है इसे आसानी से मिटाया नहीं जा सकता है।इस भाषा के ऊर्जा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वर्षों से कहा जाता रहा है कि उर्दू भाषा का भविष्य अंधकारमय है। किन्तु ज़मीनी तथ्य इसे नकारते हैं। महाराष्ट्र राज्य का जिक्र करते हुए आपने कहा कि यह देश का पहला राज्य है जो उर्दू भाषा को बढ़ावा देने के साथ-साथ लोगों को आजीविका से भी जोड़कर सहयोग कर रहा है। भारत के अधिकांश राज्यों में उर्दू माध्यम के कई स्कूल हैं और इसकी लोकप्रियता बढ़ रही है। उर्दू का नेटवर्क गोवा, मणिपुर और नागालैंड जैसे राज्यों में फैल रहा है। हमारे देश के हर वर्ग के शिक्षा एवं साहित्य प्रेमी भाइयों में उर्दू शायरी और साहित्य के प्रति पहले की तुलना में अधिक रुचि देखने को मिल रही है। ऐसे खुशनुमा माहौल में उर्दू के लोगों को अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाने की जरूरत है। हम उर्दू वालों को यह सुनिश्चित करना होगा कि हम अपनी मातृभाषा उर्दू के भविष्य को उज्ज्वल बनाने के साथ -साथ अगली पीढ़ी तक आसानी से पहुंचाने का काम कर सकें।इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शहर के गणमान्य व्यक्तियों के आलावा बड़ी संख्या में छात्र और शिक्षक मौजूद थे। कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र कुरान की तिलावत से हुई। कार्यक्रम का संचालन मुख्लिस मदू ने किया। प्रधानाचार्य ज़ियाउर्रहमान अंसारी द्वारा उपस्थित अतिथियों,एवं श्रोताओं के प्रति आभार प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम समाप्त हुआ।
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