Life Style

Chandigarh : सरबत खालसा बुलाओ, खुद को जत्थेदार साबित करो: अमृतपाल ने ऑडियो में अकाल तख्त प्रमुख से कहा

चंडीगढ़ : कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह की बृहस्पतिवार को एक कथित ऑडियो क्लिप सामने आई, जिसमें वह अपने आत्मसमर्पण पर बातचीत करने की अटकलों को खारिज करते सुना गया और उसने अकाल तख्त से “सरबत खालसा” बुलाने के लिए फिर से कहा।

इससे एक दिन पहले खालिस्तान समर्थक उपदेशक का सोशल मीडिया पर एक कथित वीडियो सामने आया था, जिसमें उसने सिखों के सर्वोच्च निकाय के जत्थेदार को समुदाय से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए सम्मेलन बुलाने को कहा था।

उसने नई ऑडियो क्लिप में कहा, “मैंने जत्थेदार से सरबत खालसा बुलाने का आग्रह किया है। सरबत खालसा बुलाओ और साबित करो कि तुम जत्थेदार हो।”

सिख निकाय पर दबाव बनाते हुए उसने कहा, “अगर हम आज भी राजनीति करने जा रहे हैं, वही काम कर रहे हैं, जो हम पहले करते थे, तो भविष्य में जत्थेदार होने का क्या मतलब है।”

उसने सिख निकायों से “एकता” का आह्वान करते हुए कहा, “हमें यह समझना चाहिए कि आज पूरे समुदाय के एक साथ आने का समय है।”

वीडियो क्लिप में भी उसने यह तर्क देने की कोशिश की थी कि मुद्दा सिर्फ उसकी गिरफ्तारी का नहीं है, बल्कि सिख समुदाय की बड़ी चिंताओं का भी है।

इस बीच, पंजाब सरकार ने अकाल तख्त को सूचित किया है कि अमृतपाल सिंह और उसके ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान हिरासत में लिए गए लगभग सभी लोगों – 360 में से 348 – को अब रिहा कर दिया गया है।

जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने पूर्व में राज्य सरकार को 18 मार्च से शुरू हुई कार्रवाई के दौरान पकड़े गए सिख युवकों को रिहा करने के लिए एक “अल्टीमेटम” जारी किया था।

लगभग दो मिनट की ऑडियो क्लिप की प्रामाणिकता पर पुलिस द्वारा तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई, जिसमें खालिस्तान समर्थक उपदेशक सरकार पर “उत्पीड़न” करने का आरोप लगाता सुनाई देता है।

उसने कहा, “लेकिन मैं डरा हुआ नहीं हूं और मुझे जेल जाने या पुलिस हिरासत में यातना दिए जाने का डर नहीं है। उन्हें जो करना है, करने दीजिए।”

अमृतपाल ने मीडिया में आई उन खबरों का भी जिक्र किया जिनमें कहा गया था कि उसने अपने आत्मसमर्पण के लिए शर्तें रखी थीं, जिसमें यह भी शामिल था कि उसे प्रताड़ित नहीं किया जाना चाहिए। भगोड़े ने कहा कि उसने गिरफ्तारी की पेशकश के बारे में किसी से बात नहीं की है और उसके द्वारा कोई शर्त नहीं रखी गई है।

बृहस्पतिवार को होशियारपुर के गांव के ऊपर एक ड्रोन तैनात कर दिया गया, जहां दो दिन पहले कुछ संदिग्धों ने पुलिस द्वारा पीछा किए जाने के बाद अपनी कार छोड़ दी थी। ऐसी अटकलें थीं कि अमृतपाल उस वाहन में रहा होगा।


Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Back to top button