Mumbai : जीवन का कोई क्षेत्र ऐसा नहीं, जहां बाबासाहेब के विचारों ने छुआ न हो – राजीव खांडेकर

मुंबई : उस समय महापुरुषों के स्मारक के बारे में बाबासाहेब के मन में जो अवधारणा थी, वह वास्तव में नवी मुंबई नगर निगम द्वारा बनवाए गए बाबासाहेब के स्मारक में साकार हुई है और बाबासाहेब के लिए अभिप्रेत समृद्ध पुस्तकालय इस स्मारक की सबसे महत्वपूर्ण बात है। एबीपी न्यूज और एबीपी माझा के प्रधान संपादक राजीव खांडेकर ने कहा कि यह स्मारक बहुत अलग है और सभी सुविधाओं के मामले में देश के विभिन्न स्मारकों में सबसे अच्छा है। जब हम इस स्मारक पर जाते हैं, तो यहां की हर चीज को देखने से बाबासाहेब के आसमानी व्यक्तित्व के विभिन्न पहलुओं का आभास होता है। इसलिए उन्होंने सभी से अपील की कि वे इस स्थान की यात्रा करें और प्रेरणा प्राप्त करें और दूसरों को भी इसे देखने के लिए कहें। ऐरोली से भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर आयुक्त राजेश नार्वेकर के मार्गदर्शन में आयोजित ‘जागर 2023’ व्याख्यानमाला के शुभारंभ अवसर पर ‘सार्वभौमिक अम्बेडकर’ विषय पर व्याख्यानमाला बांधते हुए स्मारक का भ्रमण करने के बाद अपनी भावना व्यक्त की। समाज विकास विभाग के उपायुक्त डाॅ. श्री राम पवार के शुभ हाथों उपायुक्त योगेश काडूस्कर की उपस्थिति में प्रधान संपादक राजीव खांडेकर का सम्मान किया गया। यह कहते हुए कि हमारे जीवन का कोई भी क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां बाबासाहेब के विचारों को छुआ न गया हो, राजीव खांडेकर ने बहुत संतोष व्यक्त किया कि ‘सर्वव्यापी अम्बेडकर’ श्रृंखला के 12 भाग बन सके।
13 अप्रैल तक चलने वाली ‘जागर 2023’ व्याख्यान शृंखला में द्वितीय व्याख्यान बुधवार 5 अप्रैल की शाम को होगा। शाम 6 बजे बीबीसी मराठी, नई दिल्ली के प्रतिनिधि एवं सुप्रसिद्ध साहित्यकार नामदेव काटकर (अंजना) भूमिका निभाएंगे और ‘पढ़ने का उद्देश्य क्या है’ विषय पर जीवन में पढ़ने के महत्व पर चर्चा करेंगे। आयुक्त राजेश नार्वेकर की ओर से अधिक से अधिक लोगों को चर्चा में भाग लेने के लिए कहा गया है।
Source link