Pune : मणिपुर में शांति बहाली के लिए कल्याण आश्रम की भावनात्मक अपील – India Ground Report

शांति बहाली में समाज के प्रतिष्ठित लोगों, आध्यात्मिक शक्तियों, खेल और सिनेमा जगत के लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका, वे मणिपुर जाएं और लोगों को समझाएं
पुणे : (Pune) अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम ने मणिपुर में जारी हिंसा को खत्म कर आपसी भाईचारा स्थापित करने की मार्मिक अपील की है। वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामचंद्र खराड़ी की ओर से जारी अपील में कहा गया है कि यह कुछ समुदायों के बीच का विषय नहीं बल्कि पूरे देश के लिए चिंता का विषय है।
कल्याण आश्रम द्वारा जारी अपील में कहा गया है कि गत 3 मई से मणिपुर में हो रही जातिगत हिंसक घटनाएं कहने को तो कुकी और मैतेई समाज या कहें कि मणिपुर का विषय है, पर वस्तुतः यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है। गत डेढ़ महीने से हो रही इस हिंसा ने न केवल सैकड़ों लोगों की जान ली है बल्कि दोनों समुदायों के हजारों लोगों के घर जला दिए गए हैं। वे अपने ही राज्य में शरणार्थियों की तरह राहत शिविरों में रहने को मजबूर हुए हैं। नुकसान केवल जान-माल का ही नहीं हुआ बल्कि परस्पर विश्वास का भी हुआ है। जो दो समुदाय हजारों वर्षों से साथ साथ रह रहे हैं, उनका आपसी विश्वास खंड-खंड हो गया है। यही कारण है कि शांति स्थापित करने के केंद्र सरकार के प्रयास भी विफल हो रहे हैं। टूटे या जले हुए घर फिर बन जाएंगे, पर टूटे हुए विश्वास को जोड़ना सबसे बड़ी चुनौती है।
कल्याण आश्रम ने कहा है कि यह समय दुर्भाग्यपूर्ण हिंसक घटनाओं के कारण जानने का नहीं बल्कि शांति और सौहार्द्र की पुनर्स्थापना का है। कल्याण आश्रम ने देश के सम्मानित आध्यात्मिक व्यक्तियों, खेल, कला, सिनेमा, प्रतिष्ठित सामाजिक-राजनीतिक नेताओं, पूर्व सैन्य और प्रशासनिक अधिकारियों से अपील की है कि वे देश हित में आगे आएं और मणिपुर जाकर लोगों के विश्वास बहाली का प्रयास करें। जब लोगों का शासन-प्रशासन और आपस में विश्वास खत्म हो जाए तो प्रभावशाली लोगों की भूमिका महत्व की हो जाती है।
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